डूंगला उपखण्ड के आलाखेड़ी गांव के निवासी एक युवक, जो मुंबई में रसोई का काम करता है, ने अपनी कड़ी मेहनत से यजमान का दिल जीत लिया। एक दिन, जब उसने यजमान के लिए उनके पसंदीदा व्यंजन बनाए, तो यजमान ने उसे उपहार देने का प्रस्ताव रखा। युवक ने इसके बदले राधा कृष्ण गोशाला के लिए कुछ राशि देने का अनुरोध किया। उसकी विनम्रता और नेक नीयत ने यजमान का दिल छू लिया, और उन्होंने खुशी-खुशी गोशाला के लिए लाखों रुपये दान करने का फैसला किया।won his heart and brought 2.5 lakhs for the cow shelter.
आलाखेड़ी गांव का युवक मिठुलाल पुत्र सत्यनारायण, जो एक धार्मिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है, हमेशा ही धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर भाग लेता है। वह राधा कृष्णा गोशाला से गहरे जुड़े हुए हैं और वहां के कार्यों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को अच्छे से निभाता है। गोशाला के टीम सदस्यों की सेवा और समर्पण को वह बहुत अच्छे से समझता है और उन्हें मान्यता देता है।
एक दिन, जब मिठुलाल ने सेठ को गोशाला में सहयोग की आवश्यकता के बारे में बताया, तो सेठ ने युवक की बातों को गंभीरता से लिया और तुरंत ही खुशी-खुशी बैंक के माध्यम से 10% राशि भेज दी। यह कदम सेठ की दयालुता और मिठुलाल के समर्पण को दर्शाता है। मिठुलाल का राधा कृष्ण गोशाला के प्रति समर्पण सचमुच काबिले तारीफ है। वह न केवल अपनी भावनाओं से जुड़े हुए हैं, बल्कि अपनी जिम्मेदारी निभाने में भी पीछे नहीं रहते। उनका यह कार्य दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनता है, जो समाज सेवा के प्रति अपनी भूमिका निभाने में रुचि रखते हैं।