राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर भजनलाल सरकार बेहद संजीदा है। पूर्व कांग्रेस सरकार के दौरान पेपर लीक और डमी कैंडिडेट्स की घटनाएं सामने आईं थीं। अब, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड पूरी तरह से सतर्क है और परीक्षाओं में गड़बड़ी रोकने के लिए कदम उठा रहा है। बोर्ड ने अभ्यर्थियों के ड्रेस कोड में बदलाव किया है, जिसके तहत पुरुष उम्मीदवारों को कुर्ता-पजामा पहनकर परीक्षा में बैठना अनिवार्य होगा। यदि कोई उम्मीदवार इस ड्रेस कोड का पालन नहीं करता, तो उसे परीक्षा हॉल में प्रवेश नहीं मिलेगा। rsmmb imprisonment for dammy candidate
इस बीच, बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने नकल करने वाले अभ्यर्थियों को चेतावनी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि नकल करने वालों के लिए जेल और कठोर सजा का इंतजार है। उनका यह संदेश शोले फिल्म के प्रसिद्ध डायलॉग की तर्ज पर था, जिसमें उन्होंने कहा, “पकड़े गए तो हवालात की सैर और चक्की पीसिंग एंड पीसिंग एंड पीसिंग होगी, और वह भी कम से कम 10 साल के लिए।”
हालांकि, कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा लागू किए गए नए ड्रेस कोड को लेकर छात्रों में विरोध देखा जा रहा है। कई छात्रों और छात्र संगठनों ने इसे तुगलकी फरमान करार दिया है और इसे वापस लेने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि इस आदेश से उन्हें अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ेगा, क्योंकि वे पहले से ही अपनी पढ़ाई के लिए मुश्किल से पैसे जुटाते हैं