मेटा (गूगल) ने भारत सरकार से माफी मांगी है, इसके बाद जब कंपनी के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने एक पॉडकास्ट में कोविड-19 के बाद भारतीय चुनावों में हेरफेर होने की बात कही थी। जुकरबर्ग का यह बयान भारत सरकार और उसकी संस्थाओं के लिए विवाद का कारण बन गया। भारत के सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जुकरबर्ग के इस बयान को गलत और बिना तथ्यों के बताया। उनका कहना था कि इस प्रकार के अनावश्यक आरोप भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को कमजोर करने की कोशिश हो सकते हैं। (Meta (Google) apologized to the Government of India)
इसके बाद जुकरबर्ग ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए स्वीकार किया कि उनका बयान अनुचित था और इससे किसी तरह की गलतफहमी उत्पन्न हो सकती है। मेटा ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य भारतीय चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाना नहीं था और उनका बयान सिर्फ एक व्यक्तिगत विचार था।
