चित्तौड़गढ़ जिले के डूंगला ब्लॉक में राजीविका विभाग की संविदाकर्मी ममता माली, जो ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर (BPM) के पद पर कार्यरत थीं, को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया था। गिरफ्तारी के बाद बुधवार सुबह उन्हें चित्तौड़गढ़ स्थित भ्रष्टाचार निरोधक न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। ममता माली पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए महिलाओं से काम के बदले में रिश्वत मांगी। उनके खिलाफ पहले भी कई महिलाओं ने अनियमितताओं और भ्रष्ट आचरण की शिकायतें की थीं, लेकिन कार्रवाई नहीं हो पाई थी। इस गिरफ्तारी के बाद राजीविका विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। ममता माली का यह मामला दर्शाता है कि कैसे पद की सीढ़ियां चढ़ते हुए कुछ लोग ईमानदारी और नैतिकता को भूल जाते हैं। मामले की आगे जांच जारी है।
डूंगला पंचायत समिति में कार्मिक रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार