आयुर्वेद चिकित्सा क्षेत्र में कार्यरत चिकित्सकों ने हाल ही में निदेशक आनंद कुमार द्वारा जारी की गई जंबो तबातला सूची को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। चिकित्सकों का कहना है कि सूची में उन नामों का समावेश किया गया है जिन्होंने ट्रांसफर के लिए आवेदन ही नहीं किया था। जबकि सरकार ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया था कि केवल वही चिकित्सक जिनको ट्रांसफर करवाना हो, उन्हें SSO ID (सिंगल साइन-ऑन) प्रणाली के माध्यम से आवेदन करना होगा।
इसके बावजूद सूची में ऐसे चिकित्सकों के नाम हैं जिन्होंने आवेदन नहीं किया था। इससे विभाग की कार्यप्रणाली और ट्रांसफर प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। कई चिकित्सकों का कहना है कि यह घोटाला प्रतीत हो रहा है और इससे विभाग की खामियां उजागर हो रही हैं। इसके साथ ही, भ्रस्टाचार के संकेत भी मिल रहे हैं, जिससे आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली की विश्वसनीयता पर असर पड़ सकता है।
यह घटना विभागीय प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है। यदि ऐसे चिकित्सकों को बिना आवेदन के स्थानांतरित किया गया है, तो यह पूरी प्रणाली की विश्वसनीयता को प्रभावित करता है और इस मामले में भ्रस्टाचार के आरोप भी सामने आ सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच की आवश्यकता है, ताकि आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके। Ayurved Practitioners’ Jumbo Tabatla List gotala