डूंगला उपखंड क्षेत्र में दो विभिन्न स्थानों पर सख्त कार्रवाई करते हुए अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया। यह कार्रवाई पर्यावरण संरक्षण और सार्वजनिक भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
पहली कार्रवाई करसाना ग्राम पंचायत के पराना गांव में की गई, जहां अवैध रूप से संचालित हो रही कोयला भट्टियों को ध्वस्त कर दिया गया। इन भट्टियों में सैकड़ों पेड़ों की लकड़ी का उपयोग कर अवैध रूप से कोयला तैयार किया जा रहा था, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा था। प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर इन भट्टियों को नष्ट किया और आगे ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए कड़ी निगरानी रखने का आश्वासन दिया।
दूसरी कार्रवाई सेठवाना गांव में की गई, जहां सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर बनाए गए निर्माणों को बुलडोजर की मदद से हटाया गया। अतिक्रमणकारियों द्वारा कब्जाई गई भूमि पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए चेतावनी भी जारी की कि भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इन कार्रवाइयों में स्थानीय पुलिस, राजस्व विभाग, वन विभाग और पंचायत समिति के अधिकारी शामिल रहे। प्रशासन का यह कदम क्षेत्र में अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक ठोस प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
प्रशासन ने आमजन से भी अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि की जानकारी तुरंत संबंधित विभागों को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके और क्षेत्र को स्वच्छ एवं सुरक्षित बनाया जा सके।