चित्तौड़गढ़। जिले के सावा कस्बे में ऑनलाइन सट्टे का कारोबार इस कदर फल-फूल रहा है कि इसका संचालन न सिर्फ प्रदेश और देश तक, बल्कि विदेशों तक हो रहा है। कस्बे से ही ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म्स के माध्यम से सट्टे की ब्रांचें चलाई जा रही हैं, जिससे यह शांत इलाका अब बदनामी के दलदल में धँसता जा रहा है। खासकर युवाओं का भविष्य इस अवैध धंधे की चपेट में आ रहा है। sava satta bazar online scam
23 लाख की जीत के बाद धमकियाँ
सावा निवासी मुकेश गायरी उर्फ मोदी ने हिम्मत दिखाते हुए इस गोरखधंधे का खुलासा किया है। उन्होंने शंभूपुरा थाने में कपासन निवासी बालमुकुंद ईनाणी और सावा के मोनु न्याती के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। मुकेश ने बताया कि उन्होंने सट्टे में 23 लाख रुपये जीते थे, लेकिन यह रकम न तो दी गई और उल्टा उन्हें जान से मारने की धमकियाँ मिलने लगीं। sava satta bazar online scam
इंस्टाग्राम से हुई शुरुआत
मुकेश ने बताया कि वे इंस्टाग्राम चला रहे थे, तभी ‘जोगणिया बुक’ नामक एक सट्टा अकाउंट दिखाई दिया। उसमें कुछ नामचीन कलाकार भी प्रमोशन करते नजर आए, जिससे वे झांसे में आ गए और जॉइन कर लिया। शुरुआत में कुछ पैसे जीते भी, जिससे भरोसा बना। लेकिन बाद में लाखों की रकम हारते गए। अंततः जब 23 लाख रुपये की जीत हुई, तो आरोपियों ने पैसा देने से इनकार कर दिया।
धमकी देकर केस वापसी का दबाव
जब मुकेश ने पैसे की मांग की, तो मोनु न्याती उनके घर आकर उन्हें एकांत में ले गया और कहा कि “अगर केस वापस नहीं लिया तो गोली मार दूंगा।” इससे यह साफ जाहिर होता है कि इन आरोपियों को कानून का कोई भय नहीं है।
साइबर सेल कर रही जांच
मुकेश ने ऑनलाइन साइबर पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवाई है और शंभूपुरा थाने में मामला दर्ज है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और साइबर टीम भी इस मामले को देख रही है। प्रार्थी ने उम्मीद जताई है कि उन्हें न्याय मिलेगा और सच्चाई की जीत होगी।