श्री साँवलिया जी की श्री मद भगवत कथा का भक्तिमय आयोजन २५ जनवरी से प्रारंभ हुआ है, जो आज अपने तीसरे दिन में था। इस दिन के कथा में भगवान और भक्त के बीच के गहरे रिश्ते पर प्रकाश डाला गया। कथा में यह बताया गया कि भगवान स्वयं आकर अपने भक्त की पीड़ा को दूर करते हैं,bhagwat katha at sanwaliya g by yagyamani
यज्ञमणि नरेंद्र देव जी सकरनी वाले यहाँ कथा कर रहे हैं, जिसमें दूर-दराज के गांवों से श्रद्धालु कथा सुनने के लिए आ रहे हैं। महाराज ने एक सम्बोधन में कहा कि श्री सँवारे के दरबार में कथा का असली आनंद केवल किस्मत वाले भक्तों को ही मिलता है। उनकी यह बात श्रद्धालुओं के बीच भक्ति की महिमा और भगवान की कृपा के महत्व को उजागर करती है। कथा का आयोजन भक्तों के लिए एक विशेष आध्यात्मिक अनुभव बन चुका है, जिसमें हर व्यक्ति भगवान की उपस्थिति महसूस कर रहा है।
