प्रयागराज महाकुंभ में मेवाड़ के स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती को महामंडलेश्वर का प्रतिष्ठान प्राप्त हुआ है। यह दावा किया जा रहा है कि स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती मेवाड़ से पहले ऐसे संत हैं, जिन्हें यह प्रतिष्ठान प्राप्त हुआ है। स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती सलूंबर जिले के चावंड स्थित कटावला मठ के महंत हैं और विप्र फाउंडेशन के संरक्षक भी हैं। उनकी यह प्रतिष्ठा और सम्मान उन्हें उनके धार्मिक योगदान और समाज में सक्रियता के कारण मिला है। यह प्रतिष्ठान उनके जीवन के महत्वपूर्ण मील के पत्थर के रूप में देखा जा रहा है, जो न केवल मेवाड़ क्षेत्र के लिए, बल्कि समग्र धर्म और समाज के लिए एक गर्व की बात है। स्वामी हितेश्वरानंद की यह उपलब्धि एक महान धार्मिक परंपरा की पहचान बन चुकी है। Saint of Salumber built Mahamandaleshwar in Maha Kumbh
