प्रयागराज में महाकुम्भ मेला का आयोजन शुरू हो चुका है, जिसमें इस बार लगभग 5.5 करोड़ लोगों ने अमृत स्नान किया। महाकुम्भ, जो हर 144 वर्षों में एक बार आयोजित होता है, विश्वभर के श्रद्धालुओं, साधु-संतों और भक्तों का आकर्षण बना है। इस विशेष अवसर पर लाखों लोग संगम की पवित्र नदियों में महा स्नान करने के लिए आ रहे हैं।(5.5 crore people took bath in nectar)
महाकुम्भ का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक भी है। यह एक ऐसा अद्वितीय आयोजन है, जहां लाखों लोग एक साथ एकत्रित होकर अपनी आस्था और विश्वास को व्यक्त करते हैं। प्रयागराज के संगम स्थल पर गंगा, यमुन और सरस्वती नदियों के मिलन के कारण यह स्थान विशेष धार्मिक महत्व रखता है। यहां स्नान करने से व्यक्ति के सारे पाप धुलने और मोक्ष प्राप्ति का विश्वास किया जाता है।
महा कुम्भ मेला हर बार भारतीय संस्कृति, धार्मिकता और एकता का प्रतीक बनकर दुनिया भर में अपनी पहचान रखता है। यह आयोजन न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व को एक साथ जोड़ने का अवसर प्रदान करता है।